समाज के सर्वांगी विकास के लिए नयी सोच की जरूरत।
समाज एक ऐसा स्थान है जहाँ समृद्धि और प्रगति के साथ-साथ नई सोच का भी जन्म होना चाहिए। नई विचारधारा सामाजिक और आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करता है। हालांकि, बहुत से समाजों में यह नयी सोच नहीं आ रही है क्योंकि वहाँ लम्बे अरसे से एक ही लीडर द्वारा आधिकारिक रूप से समाज या संघठन में शासन हो रहा है। जब एक ही व्यक्ति लंबे समय से समाज की नेतृत्व कर रहा होता है, तो उसकी शक्ति का दुरूपयोग हो सकता है। इसका पहला परिणाम होता है कि समाज में नई सोच और नवाचार नहीं पैदा होते हैं। लीडर की एक ही दिशा में चलने के कारण, अन्य लोगों की विचारधारा को अनदेखा किया जाता है और वे समाज के विकास में योगदान नहीं कर पाते। समाज या संगठन की इस दुर्दशा का कारण है कि यह लीडर अपने चापलूसियों को पास में रख कर अपना पद बनाए रखना चाहता है, जिससे समाज या संगठन में नयी सोच पैदा होने का और उनके विकास का मार्ग रुक जाता है।
यह हरेक समाज में एक सामाजिक मुद्दा बन चुका है क्योंकि लीडर अकेले अपनी सत्ता को बनाए रखने के लिए अपने चापलूसियों का सहारा लेते हैं, जिससे समाज में नये और विचारशील व्यक्तियों को नुकसान हो रहा है।
इसके परिणामस्वरूप, समाज में नई सुविधाएँ और विकास के अवसर नहीं मिलते हैं। दूसरा, लीडर अपने चापलूसों(तोपो) को बढ़ावा देने के लिए अपनी शक्ति का दुरुपयोग करते है। इसके परिणामस्वरूप, लोग विकास से संबंधित सवाल उठाने से डरते हैं, क्योंकि लीडर द्वारा चुने हुए साथी (चापलूसीये/ तोपे) अक्सर समाज की विकासशील बातों का प्रश्न करने वालों का विरोध करते हैं, किसी निजी बातों का मुद्दा बनाकर हमले करवाते है और आर्थिक नुकसान करवाते हैं। और सामाजिक प्रगति का सवाल उठाने वाले को अपमानित किया जाता है और उसकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने की पूरी कोशिश करते है और बदनाम करते हैं। यह सारी हरकते लीडर अपने चापलूसियों(तोपो) को पास में रख कर अपना पद बनाए रखना चाहता है, यह सिर्फ समाज के विकास को नहीं रोकता है, बल्कि उसकी स्थिति को भी कमजोर करता है।
इस समस्या का समाधान के लिए और समाज में नई सोच और विकास के लिए हमें एक संघर्षशील, न्यायप्रिय और विचारशील लीडरों का स्वागत करना चाहिए जो समाज के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए नए दृष्टिकोण लाने में सक्षम हैं। हमें समाज या संगठन में लिडारो के चापलूसियों के होने के बाजूद नई सोच को समर्थन देने और नई सोच को प्रोत्साहित करने का समर्थन करना होगा। हमें शिक्षा और समाज में जागरूकता फैलाने का प्रयास करना होगा ताकि समाज में सबका सहयोग हो सके और नई सोच का समाज में स्थान हो सके। ऐसा करके ही हम समाज को नये दिशाओं में ले जा सकेंगे और उसका विकास सुनिश्चित कर सकेंगे।
इसके लिए समाज को नए लीडरों के समर्थन में आने का निर्णय लेना होगा, ताकि हम समृद्धि की दिशा में अग्रसर हो सकें। हमें एक ऐसे नेता की आवश्यकता है जो न केवल अपने पद की रक्षा करे, बल्कि समाज के विकास और सोच को भी प्राथमिकता दें। यह हमारे समाज के उन्नति और समृद्धि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
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